आजकल शहरों में फ्लैट खरीदने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन फ्लैट खरीदने वाले कई लोगों के मन में एक बड़ा सवाल रहता है – अगर फ्लैट 99 साल की लीज पर है, तो क्या लीज खत्म होने के बाद उसे खाली करना पड़ेगा?
अगर आपके मन में भी यही सवाल है, तो इस लेख में हम लीज़होल्ड और फ्रीहोल्ड प्रॉपर्टी के बीच का अंतर, 99 साल की लीज के नियम और लीज खत्म होने के बाद क्या होता है – इन सबके बारे में विस्तार से जानेंगे।
क्या होती है लीजहोल्ड प्रॉपर्टी?
जब कोई प्रॉपर्टी लीज़होल्ड होती है, तो इसका मतलब यह होता है कि खरीदार को उस संपत्ति का मालिकाना हक केवल एक निश्चित समय तक (जैसे 30, 60 या 99 साल) के लिए दिया जाता है।
- इस अवधि के बाद प्रॉपर्टी कानूनी रूप से मूल मालिक के पास लौट जाती है।
- ज्यादातर मामलों में लीज को रिन्यू (बढ़ाया) किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए शुल्क देना पड़ता है।
- कई बिल्डर कम लागत पर फ्लैट बेचने के लिए लीजहोल्ड संपत्ति का उपयोग करते हैं।
फ्रीहोल्ड और लीजहोल्ड प्रॉपर्टी में अंतर
आधार | फ्रीहोल्ड प्रॉपर्टी | लीज़होल्ड प्रॉपर्टी |
---|---|---|
मालिकाना हक | पूरी तरह मालिक का होता है | एक तय समय के लिए होता है |
बेचने का अधिकार | पूरी तरह स्वतंत्रता होती है | कुछ शर्तों के साथ बेचा जा सकता है |
विरासत में देना | अगली पीढ़ी को दे सकते हैं | लीज खत्म होने पर मूल मालिक के पास जाती है |
कीमत | महंगी होती है | सस्ती होती है |
नवीनीकरण | जरूरत नहीं होती | लीज खत्म होने पर रिन्यू करानी पड़ती है |
99 साल की लीज का नियम: क्या 99 साल बाद फ्लैट छोड़ना होगा?
भारत में लीजहोल्ड प्रॉपर्टी आमतौर पर 99 साल की लीज पर दी जाती है। अब सवाल उठता है कि 99 साल बाद क्या होगा?
-
लीज बढ़ाई जा सकती है:
- ज्यादातर मामलों में, लीज को आगे बढ़ाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए एक निश्चित राशि सरकार या जमीन मालिक को देनी पड़ती है।
-
फ्रीहोल्ड में बदला जा सकता है:
- लीज खत्म होने से पहले आप कुछ शुल्क देकर लीज़होल्ड प्रॉपर्टी को फ्रीहोल्ड प्रॉपर्टी में बदल सकते हैं।
-
फ्लैट खाली करने की नौबत बहुत कम आती है:
- अगर बिल्डिंग पुरानी हो चुकी है और लीज रिन्यू नहीं की जाती, तो बिल्डिंग गिराने का फैसला लिया जा सकता है।
- लेकिन ऐसा बहुत कम होता है, क्योंकि अधिकतर मामलों में बिल्डिंग का पुनर्विकास (redevelopment) कर दिया जाता है।
भारत में लीजहोल्ड प्रॉपर्टी का इतिहास
लीजहोल्ड प्रॉपर्टी की शुरुआत ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी। तब सरकार ने कई ज़मीनों को 99 साल की लीज पर दिया था ताकि संपत्ति पर बार-बार बदलाव न किए जाएं और सरकार का नियंत्रण बना रहे।
आज भी, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे शहरों में कई प्रॉपर्टी लीज़होल्ड के रूप में मिलती हैं।
क्या लीज खत्म होने पर फ्लैट की कीमत गिर जाती है?
अगर किसी फ्लैट की लीज खत्म होने में कम समय बचा हो, तो उसकी बाजार कीमत कम हो सकती है।
लीजहोल्ड प्रॉपर्टी में निवेश करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें:
✔ लीज की अवधि कितनी बची है, यह जरूर चेक करें।
✔ अगर लीज 20-30 साल से कम बची है, तो उसे फ्रीहोल्ड में बदलने की प्रक्रिया समझें।
✔ बिल्डर से प्रॉपर्टी के लीज रिन्यूअल की शर्तें पहले से पूछ लें।
क्या लीजहोल्ड प्रॉपर्टी खरीदनी चाहिए?
✔ अगर कीमत कम है और प्रॉपर्टी अच्छी लोकेशन पर है, तो लीजहोल्ड प्रॉपर्टी लेना फायदेमंद हो सकता है।
✔ अगर लीज 60-70 साल बची है, तो इसे खरीदने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
✔ अगर लीज 20-30 साल ही बची है, तो पहले इसे फ्रीहोल्ड में बदलवाने की प्रक्रिया समझ लें।
बिल्डर्स क्यों 99 साल की लीज पर फ्लैट बेचते हैं?
- कई बिल्डर्स सरकार से या किसी प्राइवेट मालिक से 99 साल की लीज पर जमीन लेकर फ्लैट बनाते हैं।
- इससे उनका खर्च कम आता है और फ्लैट की कीमत भी कम रहती है।
- ज्यादातर मामलों में, लीज को आगे बढ़ाने की अनुमति होती है, जिससे लीज खत्म होने पर भी कोई बड़ी समस्या नहीं आती।
क्या लीजहोल्ड प्रॉपर्टी को फ्रीहोल्ड में बदला जा सकता है?
हाँ, लीजहोल्ड प्रॉपर्टी को फ्रीहोल्ड में बदला जा सकता है। इसके लिए आपको सरकारी शुल्क देना होगा, जो लीज खत्म होने में बची हुई अवधि और प्रॉपर्टी की कीमत पर निर्भर करता है।
फ्रीहोल्ड में बदलने की प्रक्रिया:
- लोकल अथॉरिटी (जैसे DDA, MHADA, CIDCO) में आवेदन करना होगा।
- एक तय शुल्क देना होगा।
- सभी ज़रूरी दस्तावेज जमा करने होंगे।
- फ्रीहोल्ड कन्वर्ज़न का प्रमाण पत्र मिलेगा।
निष्कर्ष: 99 साल की लीज को लेकर घबराने की जरूरत नहीं!
✔ 99 साल की लीज खत्म होने के बाद भी लीज को बढ़ाने का ऑप्शन होता है।
✔ अगर बिल्डिंग पुरानी हो जाती है, तो पुनर्विकास (redevelopment) का विकल्प रहता है।
✔ लीज़होल्ड प्रॉपर्टी खरीदने से पहले लीज की बची हुई अवधि जरूर चेक करें।
✔ अगर संभव हो तो लीजहोल्ड प्रॉपर्टी को फ्रीहोल्ड में बदलने की प्रक्रिया अपनाएं।
अगर आप कोई फ्लैट खरीदने का सोच रहे हैं, तो फ्रीहोल्ड और लीजहोल्ड प्रॉपर्टी के बीच का फर्क जरूर समझें। सही जानकारी के साथ लिया गया फैसला आपको भविष्य में किसी भी समस्या से बचा सकता है।
Comments
Post a Comment