आज देशभर में हाउसिंग सोसाइटियों में रिडेवलपमेंट तेज़ी से बढ़ रहा है। पुरानी इमारतों की सुरक्षा, रखरखाव का खर्च, और आधुनिक सुविधाओं की आवश्यकता को देखते हुए हर शहर में बड़ी संख्या में सोसाइटियाँ पुनर्विकास करवा रही हैं। लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान सबसे ज़्यादा विवाद जिस विषय पर होता है, वह है— पर्यायी आवास (Alternative Accommodation) के किराये की राशि। बहुत से सदस्य पूछते हैं: किसी को ज़्यादा किराया और किसी को कम क्यों? दुकानदारों को इतना अधिक मुआवज़ा क्यों मिलता है? बिल्डर पूरे भवन का ताबा मिलने तक किराया क्यों नहीं देता? इस लेख में हम इन सभी सवालों का कानूनी और व्यावहारिक जवाब आसान भाषा में समझेंगे। 1. रिडेवलपमेंट में पर्यायी आवास का किराया क्या होता है? जब सोसाइटी की इमारत तोड़कर फिर से बनाई जाती है, तब हर परिवार के पास रहने के लिए दूसरा घर होना चाहिए। इसलिए बिल्डर कानूनी रूप से जिम्मेदार होता है: किराया देने के लिए, या अस्थायी फ्लैट उपलब्ध कराने के लिए, या किराया + शिफ्टिंग खर्च + अन्य भत्ते देने के लिए यह किराया तब तक दिया जाता है जब तक नई इमारत बनकर त...